About bhoot wala kahani

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इस बात को सुनने के बाद लड़की के शरीर में रह रही मोहिनी अपनी मां के साथ वापस आने के लिए राजी हो गई। अब वो दोनों परिवारों के साथ खुशी-खुशी रहने लगी।

राजू ने खिलौने को देखकर आश्चर्य में डाल दी और बुजुर्ग से पूछा, “यह खिलौना रात को क्यों दिखता है और इसमें यह सुरीली ध्वनि कहाँ से आती है?

मुझे यकीन नहीं हो रहा था कि ये मैंने अभी क्या देखा है?

इंसानी जान पर केवल उसके भाग्‍य का ही अधिकार नहीं होता है अपितु उसके आस-पास के लोगों का भाग्‍य या वातावरण भी उसकी किस्‍मत और जीवन-मौत का फैसला कर देते हैं। यही अकाल मृत्‍यु जोकि समय के पूर्व किसी जीव की हो जाती है तो उसे अपनी आयु पूरी करनी पड़ती है। अपनी आयु पूरी करने के लिए ही जीव शरीर को त्‍यागने के बाद भी इस मृत्‍यु लोक में रूहों और आत्‍माओं के रूप में भटकता रहता है। ऐसी रूहें जिनके साथ कोई हादसा हुआ हो, हत्‍या हुयी हो, या फिर उन्‍होंने आत्‍महत्‍या की हो। ये सारी आत्‍माएं परमात्‍मा की मर्जी से पहले ही अपना शरीर छोड़ देती हैं, लेकिन उन्‍हे अपना समय पूरा करने के बाद ही मृत्‍युलोक से मुक्‍ती मिलती है। अभी तक आपने इस सिरीज के लेख में बहुत सी भयानक इमारतों, होटलों, अस्‍पतालों के बारें में पढ़ा लेकिन इस बार आपको एक ऐसे टनल के बारें में बताया जायेगा जहां रूह का खौफ इतना है कि वहां इंसान माचिस की एक तीली जलाने मात्र से कांप उठता है।असली भूत की कहानी।

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उनका कहना था कि शायद उस अजीब से साये ने उन्‍हे देख लिया था और वो उन्‍ही के तरफ धिमें धिमें बढ रहा था। इतना देख दोनों वहां से भाग गये। इस तरह की कई घटनाए है जो कि हाईगेट कब्रिस्‍तान में देखने को मिली है। कई बार लोगों ने इस महसूस किया है। इस कब्रिस्‍तान से होकर जाने वाले सड़क पर कई बार लोगों की दुर्घटनाए भी हुयी है। इस कब्रिस्‍तान में कई बार कब्रों से लाशों के गायब होने का भी मामला सामने आ चुका है। आज भी इस कब्रिस्‍तान में आसानी से रूहों और आत्‍माओं को महसूस किया जा सकता है। भूत की कहानी डरावनी ।

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फिर दूसरा आदमी : तुमने बिल्कुल सही कहा.. उस कुएं के पास जाना मतलब अपनी जान से हाथ धो बैठना है..

भूत-प्रेत के किस्से सुनने में बेहद रोमांचक और दिलचस्प लगते हैं लेकिन क्या हो जब यह किस्से सिर्फ किस्से ना रहकर एक हकीकत की तरह आपके सामने आएं?

मुखिया : तो यह बात है अभी के अभी धनिया को get more info पकड़ कर लेकर आओ.. और फिर कुछ ही देर मैं दो पहरेदार धनिया को लेकर आते हैं.

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राजू और सुरेश ने हैरान होकर पूछा, “लेकिन लोग तुम्हें यहाँ भूत कहते हैं।”

रात होते ही वहाँ कुत्ते अजीब तरीके से शोरूम के सामने चक्कर काटते थे। मालिक का एक पमोलियन कुत्ता और सड़क के कुछ कुत्ते अपने पूंछ हिलाते हुए इधर से उधर ,उधर से इधर ऊपर हवा में देखते चलते थे जैसे किसीको देखकर उसके सात सात चल रहें हों। बिल्कुल वैसे ही!

लोग उसे देखकर डर जाते व उसके सवाल का जवाब न दे पाते थे। इस पर मोहन उनके साथ मारपीट किया करता था, जिसके चलते लोगों ने उस रास्ते से ही गुजरना बंद कर दिया था।

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